जिले में यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने कलेक्टर सुश्री चौधरी एक्शन मोड पर
मार्केट क्षेत्र में पानी निकासी की व्यवस्था को बेहतर करने किया जाएगा काम
 
       दुर्ग। संभाग आयुक्त श्री सत्यनारायण राठौर एवं कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज जिला प्रशासन, निगम प्रशासन और यातायात अधिकारी व व्यापारियां के साथ इंदिरा मार्केट क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने विशेष रूप से इंदिरा मार्केट क्षेत्र के पार्किंग व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। कलेक्टर ने इंदिरा मार्केट, पुराना बस स्टैण्ड से होते हुए मोती कॉम्पलेक्स होकर गांधी चौक से लेकर इंदिरा मार्केट पार्किंग क्षेत्र सहित स्टेशन रोड मार्केट क्षेत्र का अवलोकन किया। क्षेत्र के व्यापारियों से रू-ब-रू होकर उनकी समस्याएं सुनी। चर्चा के दौरान व्यापारियों ने बताया कि मार्केट क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था एक प्रमुख समस्या है। इसके अलावा उन्होंने पानी निकासी की समस्या से भी अवगत कराया। जिस पर कलेक्टर ने उन्हें जल्द ही उनकी समस्याओं से निजात दिलाने की बात कही। कलेक्टर ने पार्किंग व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को व्यस्तम क्षेत्रों का चिन्हांकन कर कार्ययोजना बनाकर कार्य करने हेतु निर्देश दिए। थे। पुराना बस स्टैंड स्थित पशुपालन कार्यालय के पास और सीएसपी कार्यालय क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था के लिए निर्देशित किया। सड़क किनारे अवैध ठेला लगाने वालों पर जुर्माना किये जाने की बात कही। पीडब्ल्यूडी  के जितने भी कार्य बचे हुए है उन्हें जल्द करवाने के लिए संबधित अधिकारियों को निर्देश दिये। सड़क घेरने वालां पर कार्यवाही करें, अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश भी दिये। इस दौरान दुर्ग नगर निगम आयुक्त श्री लोकेश चंद्राकर, एएसपी ट्रैफिक श्री सतीश ठाकुर, राजस्व विभाग के अधिकारीगण एवं व्यापारीगण मौजूद थे।
 
 
 
 

 
 
 
गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न शिक्षकों की मूल पदस्थापना में होगी वापसी
 
राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को दिए प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश
 
 
       दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले के गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को उनकी मूल पदस्थापना में वापसी हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। ग़ौरतलब है कि राज्य शासन को बहुधा यह शिकायत प्राप्त होती है कि विभाग के शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी गैर शिक्षकीय कार्य हेतु विभिन्न कार्यालयों एवं संस्थाओं में संलग्न है। गैर शिक्षकीय संलग्नीकरण से शिक्षण का कार्य प्रभावित होता है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न सभी शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों का संलग्नीकरण तत्काल समाप्त कर उन्हें उनके मूल पदस्थापना शाला में अध्यापन कार्य हेतु कार्यमुक्त किया जाना है। यह निर्देश तत्परता से पालन किया जाएगा ताकि शिक्षा के क्षेत्र में अधिक सामर्थ्यपूर्ण और उत्तम परिणाम प्राप्त किए जा सकें। इस प्रक्रिया के अंतर्गत, संलग्नीकरण को 07 दिवस के भीतर समाप्त किया जाएगा और संलग्नीकरण से संबंधित प्रमाण पत्र 07 दिवस के भीतर संचालक, लोक शिक्षण को प्रेषित किया जाएगा।
 

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