नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक के दौरे पर हैं। उन्होंने बेलगावी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के लोकतंत्र को नष्ट करने की साजिश रची, उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस राष्ट्र हित से दूर, एक परिवार के हित में उलझ गई है। कांग्रेस वायनाड लोकसभा सीट जीतने के लिए प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की मदद ले रही है। कांग्रेस के ‘शहजादे’ ने नवाबों, बादशाहों के ‘अत्याचार’ पर बात नहीं की बल्कि हमारे, राजा, महाराजाओं का अपमान करते हैं।
शहजादे ने शिवाजी महाराज का अपमान किया
पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस के शहजादे को राजा, महाराजाओं का योगदान याद नहीं आता। वोट बैंक के लिए वे राजा, महाराजा के खिलाफ बोलते हैं लेकिन नवाबों, बादशाहों, सुल्तानों के खिलाफ उनमें एक शब्द बोलने की ताकत नहीं है। कांग्रेस की तुष्टीकरण की मानसिकता अब खुलकर देश के सामने आ रही है।” मोदी ने कहा, “कांग्रेस के शहजादे का कहना है कि भारत के राजा, महाराजा अत्याचारी थे, वे गरीबों की जमीन छीन लेते थे। कांग्रेस के शहजादे ने छत्रपति शिवाजी महाराज, रानी चिनम्मा का अपमान किया है। कांग्रेस के शहजादे का बयान सोच-समझकर वोट बैंक की राजनीति करने के लिए, तुष्टीकरण के लिए दिया गया बयान है।”
हुबली कॉलेज का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा, “हुबली में कॉलेज कैंपस में जो हुआ उसने देश में भूचाल ला दिया है, उस बेटी का परिवार एक्शन की मांग करता रहा लेकिन कांग्रेस की सरकार तुष्टीकरण के दबाव को ही प्राथमिकता देती है। उनके लिए नेहा जैसी बेटियों की जिंदगी की कीमत नहीं है, उन्हें अपने वोट बैंक की चिंता है। बेंगलुरु के कैफे में बम धमाका हुआ तो भी गंभीरता नहीं आई, उन्होंने यहां तक कह दिया कि गैस का सिलेंडर फटा होगा। कांग्रेस देश की जनता के आंखों में धूल क्यों झोंक रही है?”
कांग्रेस को देश की उपलब्धियां अच्छी नहीं लगती
पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भाजपा, NDA सरकार ने देश के नागरिकों की इज़ ऑफ लिविंग के लिए बहुत काम किया है। इसका बड़ा उदाहरण भारतीय न्याय संहिता है, कांग्रेस मानसिक रूप से अंग्रेजों की गुलामी में ही जी रही थी। अब भारत में न्याय संहिता में दंड को नहीं बल्कि न्याय देने को प्राथमिकता दी गई है।” उन्होंने कहा, “…भारत जब मजबूत होता है तो हर भारतीय खुश होता है लेकिन कांग्रेस देशहित से इतना दूर हो चुकी है कि उसे देश की उपलब्धियां अच्छी नहीं लगती। भारत की हर सफलता पर उन्हें शर्म आने लगी है। उन्होंने EVM के बहाने पूरी दुनिया में भारत को बदनाम करने की कोशिश की।”