मोहम्मद शमी का ICT 2025 में योगदान: आंकड़ों से समझें क्यों हो सकती है उनकी अहमियत




भारत के सबसे बेहतरीन वनडे फॉर्मेट बॉलर में मोहम्मद शमी की गिनती होती है, लेकिन इस समय वह मैदान से दूर हैं. दरअसल ऐसा माना जा रहा है कि अब मोहम्मद शमी पूरी तरह फिट हैं, लेकिन नेशनल क्रिकेट अकादमी से क्लीयरेंस नहीं मिला है. भारतीय फैंस को उम्मीद हैं कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 तक मोहम्मद शमी पूरी तरह फिट हो जाएंगे, लेकिन क्या वास्तव में भारतीय टीम को मोहम्मद शमी को जरूरत है? या फिर जसप्रीत बुमराह समेत अन्य गेंदबाज काफी हैं?

क्या मोहम्मद शमी की वापसी है जरूरी?

अब तक मोहम्मद शमी ने 101 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है. जिसमें उन्होंने विपक्षी टीम के 195 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है. मोहम्मद शमी ने वनडे फॉर्मेट में 5.55 की इकॉनमी और 23.68 की एवरेज से बल्लेबाजों को आउट किया है. इस तरह आंकड़े बताते हैं कि वनडे फॉर्मेट में मोहम्मद शमी का रिकॉर्ड शानदार रहा है. अगर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में मोहम्मद शमी टीम इंडिया का हिस्सा होते हैं तो विपक्षी बल्लेबाजों की मुश्किलों में इजाफा तय है. बताते चलें कि मोहम्मद शमी आखिरी बार भारत के लिए वनडे वर्ल्ड कप 2023 में खेले थे.

इस समय मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम के पास जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा जैसे तेज गेंदबाजी के विकल्प हैं, लेकिन अगर मोहम्मद शमी की वापसी होती है तो भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती मिलेगी. भारतीय फैंस को उम्मीद हैं कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में मोहम्मद शमी वापसी करेंगे. हालांकि, यह देखना मजेदार होगा कि नेशनल क्रिकेट एकेडमी से मोहम्मद शमी को कब तक क्लीयरेंस मिलता है?







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