मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मड़ियापार में पोला महोत्सव का किया शुभारंभ, पारंपरिक खेलों और संस्कृति का उत्सव

पारंपरिक संस्कृति का संरक्षण: छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति और पारंपरिक खेलों का हुआ संगम

महत्वपूर्ण घोषणाएं: मुख्यमंत्री ने सामुदायिक भवन, डोम निर्माण और बैंक शाखा खोलने की घोषणा की

किसानों के लिए योजनाएं: तीजा-पोरा त्योहार पर 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त जारी

सांसद का संबोधन: विजय बघेल ने पोला महोत्सव को प्रदेश की पहचान बताया और शुभकामनाएं दीं

बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ

महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए की घोषणा

कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, तथा लिटिया में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा

       रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज दुर्ग जिले के ग्राम मड़ियापर में आयोजित पोला महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। उन्होंने बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और शास्त्री नवयुवक मंडल मड़ियापार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति एवं पारम्परिक खेलों का संगम प्रदर्शित किया गया।

       समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्रामवासियों को पोला तिहार की बधाई एवं शुभकामनाये दी। उन्होंने कहा कि मड़ियापार के बैल दौड़ के बारे में बहुत सुनने को मिला था आज इसे देखने का भी अवसर मिला। उन्होंने कहा कि पोला तिहार किसानों का खेती किसानी से जुड़ा सबसे बड़ा त्योहार है। यह हमारे जीवन में खेती किसानी और पशुधन का महत्व बताता है। इस दिन घरों में उत्साह से नादिया बैल और जाता पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर में धन धान्य से परिपूर्ण के लिए प्रार्थना की जाती है। यह छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है। किसानों के हितों को ध्यान में रखकर केन्द्र और राज्य सरकार अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।

       मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश की 70 लाख माताएं-बहनों को तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर महतारी वंदन योजना के तहत सातवी किश्त की राशि महिलाओं के खातों में अंतरण किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के आय दोगुना करने सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए राज्य में 13 लाख किसानों को धान का दो वर्ष के बकाया बोनस के रूप में 3716 करोड़ का भुगतान किया गया हैं। इसके साथ ही किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की गई है। इसी प्रकार तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया है।

       मुख्यमंत्री श्री साय ने पारम्परिक त्योहारों का सरंक्षण एवं संर्वधन के लिए प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी ऐसे आयोजन पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने पोला महोत्सव कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, पोला महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए तथा ग्राम लिटिया में जिला सहकारी बैंक शाखा खोलने की घोषणा की।

       सांसद श्री विजय बघेल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पोला महोत्सव से मड़ियापार को प्रदेश में पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बहुत से तीज त्योहार मनाते आ रहे है। इन त्योहारों से यहां प्रेम और सद्भावना बढ़ी है। उन्होंने पोला त्योहार की सभी को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव, क्षेत्रीय विधायक श्री ईश्वर साहू ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जागेश्वर साहू, श्री लाभचंद बाफना एवं श्री अवधेश सिंह चंदेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, आयोजन समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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