दंतेवाड़ा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 9 वर्दीधारी नक्सली ढेर, 60 लाख का इनामी माओवादी भी शामिल

संयुक्त सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन में माओवादी गढ़ पर किया कड़ा प्रहार, भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद

       दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा और बीजापुर के सरहदी क्षेत्र लोहागांव पुरंगेल एंड्री के जंगल में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 9 वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए नक्सलियों में डीकेएसजेडसीएम रणधीर सहित अन्य शीर्ष माओवादी शामिल हैं, जिन पर कुल 60 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने आत्मसमर्पण का मौका दिया, लेकिन नक्सलियों ने इसे अनसुना कर फायरिंग तेज कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए माओवादियों को ढेर किया।

मुख्य आरोपी और मारे गए नक्सली

       मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में 25 लाख इनामी DKSZCM रणधीर और 5 लाख इनामी ACM कुमारी शांति, सुशीला मडकाम, गंगी मुचाकी, कोसा माडवी, ललिता, कविता, हिड्मे मङ्कम, और 2 लाख इनामी कमलेश शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि इस मुठभेड़ में कई और नक्सली भी मारे गए या घायल हुए हो सकते हैं।

अभियान में शामिल बल और बरामद हथियार

       इस अभियान में दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, और सीआरपीएफ की 111वीं और 230वीं वाहिनी की Young Platoon ने हिस्सा लिया। मौके से SLR, 303 राइफल, देशी कार्बाइन, 8mm राइफल, 315 बोर राइफल, BGL लॉन्चर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक और नक्सलियों के दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए गए।

माओवादियों के गढ़ पर कड़ा प्रहार

       दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक गौरव राय और उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप ने बताया कि इस मुठभेड़ के बाद पश्चिम बस्तर और दरभा डिवीजन के माओवादियों में डर का माहौल है। नक्सली अब अपने निचले कैडर और ग्रामीणों को दोष दे रहे हैं। यह ऑपरेशन नक्सलियों के अटैकिंग फोर्स पर एक बड़ी चोट है।

नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील

       सीआरपीएफ दंतेवाड़ा के उप पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार ने नक्सलियों से आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति अपनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का उद्देश्य ग्रामीणों को नक्सली विचारधारा से बचाना और क्षेत्र में विकास एवं शांति लाना है।

बस्तर में अब तक 153 नक्सली मारे गए

       आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि 2024 में बस्तर संभाग में अब तक 153 नक्सलियों को मारा गया है, 669 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और 656 ने आत्मसमर्पण किया है। नक्सल विरोधी अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए पुलिस और केंद्रीय बलों का बेहतर तालमेल हो रहा है।

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