दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्ष की भारी भागीदारी, ‘लोकतंत्र बचाओ’ के नारे के साथ हुई महारैली

रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’

       नई दिल्ली। आज दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ ने ऐतिहासिक शक्ति प्रदर्शन किया। इस रैली का उद्देश्य ‘लोकतंत्र बचाओ’ था, जिसमें संविधान और लोकतंत्र की रक्षा को महत्व दिया गया। रैली में कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी भी उपस्थित थे।

       इसके साथ ही, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे, सपा के अखिलेश यादव, आरजेडी के तेजस्वी यादव, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रेयन, लेफ्ट के सीताराम येचुरी, एनसीपी (पवार) के शरद पवार जैसे कई नेता भी मौजूद थे।

       रैली में सुनीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन भी भाग लेती रहीं। यहां तक कि रामलीला मैदान के हर द्वार पर जांच की गई और आसपास के क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई थी।

       चुनाव से पहले, विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ की रैली को लेकर चहल-कदमी देखने को मिला। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और विधायक दिलीप पांडेय समेत अन्य नेताओं ने भी तैयारियों का जायजा लिया। ‘INDIA’ गठबंधन का नारा ‘तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ’ था।

       रैली में सुनीता केजरीवाल ने कहा, “मोदी जी ने मेरे पति को जेल में डाल दिया, क्या प्रधानमंत्री ने सही किया? क्या आप मानते हैं कि केजरीवाल एक सच्चे देशभक्त और ईमानदार व्यक्ति हैं?” सुनीता केजरीवाल ने इसके साथ ही भारतीय गठबंधन को समर्थन दिया और कहा कि वे एक महान राष्ट्र का निर्माण करेंगे।

       उद्धव ठाकरे ने भी सरकार के खिलाफ बयान दिया और कहा कि एक पार्टी और व्यक्ति की सरकार देश के लिए हानिकारक है। उन्होंने भाजपा को घेरा और कहा कि उनका सपना है 400 सीटों को पार करने का।

       इस महारैली में अन्य नेता भी शामिल थे, जैसे कि अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी वाड्रा, कल्पना सोरेन, सुनीता केजरीवाल, उद्धव ठाकरे, तेजस्वी यादव, फारूक अब्दुल्ला, भगवंत मान आदि। इस रैली का मकसद लोकतंत्र की रक्षा और देश की जनता के हित में काम करना था।

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